Top 10 books for stock market beginners
शेयर बाजार हमेशा से ही लोगों के लिए एक आकर्षक और रहस्यमयी क्षेत्र रहा है। यहाँ बड़ी संख्या में निवेशक अपनी किस्मत आजमाने आते हैं और कुछ भाग्यशाली लोग तो यहाँ से अमीर बनकर निकलते हैं। लेकिन, अधिकतर लोग सही जानकारी और मार्गदर्शन के अभाव में नुकसान उठाते हैं। इसी आवश्यकता को पूरा करने के लिए विभिन्न विशेषज्ञों ने शेयर मार्केट पर अनेक किताबें लिखी हैं जो निवेशकों और ट्रेडर्स को महत्वपूर्ण ज्ञान और रणनीतियाँ प्रदान करती हैं। हम आपके लिए लाये है Best Book For Share Market in Hindi PDF
निवेश और ट्रेडिंग के क्षेत्र में ज्ञान प्राप्त करना एक चुनौतीपूर्ण लेकिन फायदेमंद प्रक्रिया हो सकती है। इसके लिए सही पुस्तकों का चयन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। यहां पर कुछ प्रमुख पुस्तकों के बारे में जानकारी दी जा रही है जो ट्रेडिंग के विभिन्न पहलुओं को कवर करती हैं और हिंदी में उपलब्ध हैं।
रिचर्ड ब्रैनसन ने एक बार कहा था की "अपनी असफलताओं से शर्मिंदा न हों, उनसे सीखें और फिर से शुरू करें।" हेलो दोस्तों स्वागत है EARN RULE के नए आर्टिकल में आज हम आपके लिए लाये है Indian stock market books PDF इन हिंदी और वो भीShare market hindi pdf free download
बिलकुल फ्री इन बुक्स के माध्यम से आप अपनी टेक्निकल एनालिसिस कर सकते है और चार्ट पैटर्न को समज सकते है |
"शेयर बाजार गाइड" - सुधा श्रीमाली
लेखक परिचय: सुधा श्रीमाली एक प्रसिद्ध लेखक और वित्तीय सलाहकार हैं। उन्होंने कई वर्षों तक निवेश और ट्रेडिंग के क्षेत्र में काम किया है और अपनी विशेषज्ञता को पुस्तकों और सेमिनारों के माध्यम से साझा किया है। शेअर मार्केट मराठी पुस्तक PDF Free Download
पुस्तक का सारांश: "शेयर बाजार गाइड" एक व्यापक और समर्पित पुस्तक है जो खासकर नए निवेशकों और ट्रेडर्स के लिए लिखी गई है। यह पुस्तक शेयर बाजार की मूल बातें समझाने से शुरू होती है और एडवांस्ड ट्रेडिंग तकनीकों तक जाती है। इसमें शेयर बाजार के विभिन्न पहलुओं को सरल भाषा में समझाया गया है, जिससे नए निवेशकों को आसानी से समझ में आ सके।
मुख्य विषय:शेयर बाजार की बुनियादी जानकारी: शेयर बाजार क्या है, कैसे काम करता है, और इसके प्रमुख घटक कौन-कौन से हैं। share market - a to z pdf free download in marathi
निवेश के प्रकार: विभिन्न प्रकार के निवेश विकल्प, जैसे कि इक्विटी, म्यूचुअल फंड, बॉन्ड्स, आदि।
ट्रेडिंग रणनीतियाँ: डे ट्रेडिंग, स्विंग ट्रेडिंग, पोजिशन ट्रेडिंग, और लॉन्ग-टर्म निवेश की रणनीतियाँ।
तकनीकी विश्लेषण: चार्ट्स, ग्राफ्स, और इंडिकेटर्स का उपयोग करके बाजार का विश्लेषण कैसे करें।
मूलभूत विश्लेषण: कंपनियों की वित्तीय स्थिति, बैलेंस शीट, आय विवरण, और कैश फ्लो का विश्लेषण।
जोखिम प्रबंधन: निवेश में जोखिम को कम करने और लाभ को अधिकतम करने के उपाय।
भावनात्मक नियंत्रण: ट्रेडिंग में भावनाओं का प्रबंधन और मनोवैज्ञानिक कारकों का महत्व।
पुस्तक का महत्व: "शेयर बाजार गाइड" न केवल एक किताब है, बल्कि यह एक संपूर्ण मार्गदर्शिका है जो आपको ट्रेडिंग और निवेश के क्षेत्र में सफल होने के लिए आवश्यक सभी जानकारी प्रदान करती है। यह पुस्तक आपको बाजार की जटिलताओं को समझने, सही निवेश विकल्प चुनने, और लाभप्रद ट्रेडिंग रणनीतियाँ विकसित करने में मदद करेगी।
निष्कर्ष
यदि आप ट्रेडिंग और निवेश के क्षेत्र में प्रवेश करना चाहते हैं और हिंदी में एक बेहतरीन पुस्तक की तलाश कर रहे हैं, तो "शेयर बाजार गाइड" आपके लिए सबसे उपयुक्त विकल्प है। यह पुस्तक आपके ट्रेडिंग कौशल को बढ़ाने और आपको एक सफल निवेशक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। अपने निवेश और ट्रेडिंग यात्रा को सफल बनाने के लिए इस पुस्तक को जरूर पढ़ें।
शेयर मार्केट में मुनाफे के मंत्र" एक ऐसी पुस्तक है जो निवेशकों को शेयर बाजार में सफल होने के लिए आवश्यक रणनीतियों और सिद्धांतों को समझने में मदद करती है
यह पुस्तक निवेशकों को वित्तीय स्वतंत्रता और समृद्धि की ओर मार्गदर्शन करने के उद्देश्य से लिखी गई है। यह न केवल नए निवेशकों के लिए बल्कि अनुभवी निवेशकों के लिए भी उपयोगी है, जो अपने निवेश कौशल को सुधारना चाहते हैं।
भावनात्मक नियंत्रण: ट्रेडिंग में भावनाओं का प्रबंधन और मनोवैज्ञानिक कारकों का महत्व।
पुस्तक का महत्व: "शेयर बाजार गाइड" न केवल एक किताब है, बल्कि यह एक संपूर्ण मार्गदर्शिका है जो आपको ट्रेडिंग और निवेश के क्षेत्र में सफल होने के लिए आवश्यक सभी जानकारी प्रदान करती है। यह पुस्तक आपको बाजार की जटिलताओं को समझने, सही निवेश विकल्प चुनने, और लाभप्रद ट्रेडिंग रणनीतियाँ विकसित करने में मदद करेगी।
निष्कर्ष
यदि आप ट्रेडिंग और निवेश के क्षेत्र में प्रवेश करना चाहते हैं और हिंदी में एक बेहतरीन पुस्तक की तलाश कर रहे हैं, तो "शेयर बाजार गाइड" आपके लिए सबसे उपयुक्त विकल्प है। यह पुस्तक आपके ट्रेडिंग कौशल को बढ़ाने और आपको एक सफल निवेशक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। अपने निवेश और ट्रेडिंग यात्रा को सफल बनाने के लिए इस पुस्तक को जरूर पढ़ें।
शेयर मार्केट में मुनाफे के मंत्र
शेयर मार्केट में मुनाफे के मंत्र" एक ऐसी पुस्तक है जो निवेशकों को शेयर बाजार में सफल होने के लिए आवश्यक रणनीतियों और सिद्धांतों को समझने में मदद करती है
यह पुस्तक निवेशकों को वित्तीय स्वतंत्रता और समृद्धि की ओर मार्गदर्शन करने के उद्देश्य से लिखी गई है। यह न केवल नए निवेशकों के लिए बल्कि अनुभवी निवेशकों के लिए भी उपयोगी है, जो अपने निवेश कौशल को सुधारना चाहते हैं।
https://drive.google.com/file/d/1R-31owrKSfqS0jwhB85FtfWGJfOn0jU6/view?usp=sharing
परिचय:
शेयर मार्केट की दुनिया में सफलता पाने का सपना हर निवेशक देखता है, लेकिन इसके लिए सही ज्ञान और समझ आवश्यक है। सौरभ मुखर्जी की किताब "शेयर मार्केट के सक्सेस मंत्र" इस दिशा में एक महत्वपूर्ण मार्गदर्शन प्रदान करती है। इस लेख में हम इस किताब के मुख्य बिंदुओं पर चर्चा करेंगे और जानेंगे कि यह किताब किस प्रकार निवेशकों को लाभ पहुंचा सकती है। Share Market Best Book in Hindi
मुख्य बिंदु:
लंबी अवधि का निवेश: सौरभ मुखर्जी ने इस किताब में लंबी अवधि के निवेश के महत्व पर जोर दिया है। वे बताते हैं कि शेयर बाजार में धैर्य और अनुशासन सफलता की कुंजी है। तात्कालिक लाभ की अपेक्षा करने की बजाय, निवेशकों को दीर्घकालिक दृष्टिकोण अपनाना चाहिए।
गहन विश्लेषण: सौरभ मुखर्जी ने शेयरों का चयन करते समय गहन विश्लेषण की आवश्यकता पर बल दिया है। उन्होंने बताया है कि केवल कंपनी की वर्तमान स्थिति को देखकर निवेश नहीं करना चाहिए, बल्कि उसकी भविष्य की संभावनाओं का भी मूल्यांकन करना चाहिए।
विविधीकरण: किताब में विविधीकरण के महत्व पर भी चर्चा की गई है। सौरभ मुखर्जी निवेशकों को सलाह देते हैं कि वे अपने पोर्टफोलियो को विभिन्न क्षेत्रों में फैलाएं ताकि किसी एक क्षेत्र में नुकसान होने पर कुल निवेश पर उसका प्रभाव कम हो।
आर्थिक संकेतकों का महत्व: सौरभ मुखर्जी ने विभिन्न आर्थिक संकेतकों की जानकारी और उनके सही उपयोग पर भी प्रकाश डाला है। वे बताते हैं कि जीडीपी, मुद्रास्फीति, ब्याज दरें आदि जैसे आर्थिक संकेतकों का सही विश्लेषण करके निवेश के सही अवसरों की पहचान की जा सकती है।
भावनाओं पर नियंत्रण: शेयर मार्केट में निवेश करते समय भावनाओं पर नियंत्रण रखना अत्यंत आवश्यक है। सौरभ मुखर्जी ने इस किताब में इस बात पर जोर दिया है कि निवेशक को डर, लालच और अन्य भावनाओं पर काबू रखना चाहिए ताकि वे सही निर्णय ले सकें।
निष्कर्ष:
"शेयर मार्केट के सक्सेस मंत्र" सौरभ मुखर्जी की एक अद्वितीय पुस्तक है जो निवेशकों को एक स्पष्ट और व्यवस्थित दृष्टिकोण प्रदान करती है। यह किताब न केवल नए निवेशकों के लिए बल्कि अनुभवी निवेशकों के लिए भी एक मूल्यवान संसाधन साबित हो सकती है। यदि आप शेयर बाजार में सफलता पाना चाहते हैं, तो इस किताब को अवश्य पढ़ें और सौरभ मुखर्जी के सुझाए गए मंत्रों का पालन करें।
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शेयर मार्केट की दुनिया में तकनीकी विश्लेषण के विभिन्न उपकरणों का उपयोग होता है, जिनमें से एक महत्वपूर्ण उपकरण है "आरएसआई" (Relative Strength Index)। यह एक ऐसा उपकरण है जो न केवल बाजार की दिशा को समझने में मदद करता है, बल्कि ट्रेडिंग के निर्णयों को भी सटीकता प्रदान करता है।
आरएसआई (Relative Strength Index) क्या है?
आरएसआई एक मोमेंटम ऑसिलेटर है जिसे J. Welles Wilder ने 1978 में पेश किया था। यह 0 से 100 के बीच के मूल्य पर चलने वाला एक संकेतक है जो किसी स्टॉक या अन्य ट्रेडिंग संपत्ति की गति और कीमत में हाल के बदलावों को मापता है। आरएसआई का मुख्य उद्देश्य यह पहचानना है कि कोई संपत्ति ओवरबॉट (अत्यधिक खरीदी गई) है या ओवर्सोल्ड (अत्यधिक बेची गई)।
आरएसआई की गणना
आरएसआई की गणना 14-दिवसीय अवधि के आधार पर की जाती है, लेकिन इसे ट्रेडर अपनी सुविधा के अनुसार बदल भी सकते हैं। आरएसआई की गणना निम्नलिखित फॉर्मूला के अनुसार की जाती है:
RSI=100−(1001+RS)RSI=100−(1+RS100)
यहाँ, RS (Relative Strength) पिछले 14 दिनों के औसत लाभ को पिछले 14 दिनों के औसत हानि से विभाजित करके प्राप्त किया जाता है।
आरएसआई के स्तर और उनका महत्व
70 से ऊपर का आरएसआई: जब आरएसआई 70 के ऊपर होता है, तो इसे ओवरबॉट स्थिति माना जाता है। इसका मतलब है कि स्टॉक या संपत्ति की कीमत में अत्यधिक तेजी आई है और इसमें सुधार (correction) हो सकता है।
30 से नीचे का आरएसआई: जब आरएसआई 30 के नीचे होता है, तो इसे ओवर्सोल्ड स्थिति माना जाता है। इसका मतलब है कि स्टॉक या संपत्ति की कीमत में अत्यधिक गिरावट आई है और इसमें तेजी (bounce back) आ सकती है।
आरएसआई का उपयोग
आरएसआई का उपयोग कई तरीकों से किया जा सकता है:ट्रेडिंग सिग्नल: जब आरएसआई 30 से नीचे जाता है और फिर ऊपर उठता है, तो इसे खरीदने का सिग्नल माना जा सकता है। इसी तरह, जब आरएसआई 70 से ऊपर जाता है और फिर नीचे गिरता है, तो इसे बेचने का सिग्नल माना जा सकता है।
शेयर मार्केट के सक्सेस मंत्र (सौरभ मुखर्जी )
शेयर मार्केट के सक्सेस मंत्र: सौरभ मुखर्जी की किताब की समीक्षापरिचय:
शेयर मार्केट की दुनिया में सफलता पाने का सपना हर निवेशक देखता है, लेकिन इसके लिए सही ज्ञान और समझ आवश्यक है। सौरभ मुखर्जी की किताब "शेयर मार्केट के सक्सेस मंत्र" इस दिशा में एक महत्वपूर्ण मार्गदर्शन प्रदान करती है। इस लेख में हम इस किताब के मुख्य बिंदुओं पर चर्चा करेंगे और जानेंगे कि यह किताब किस प्रकार निवेशकों को लाभ पहुंचा सकती है। Share Market Best Book in Hindi
मुख्य बिंदु:
लंबी अवधि का निवेश: सौरभ मुखर्जी ने इस किताब में लंबी अवधि के निवेश के महत्व पर जोर दिया है। वे बताते हैं कि शेयर बाजार में धैर्य और अनुशासन सफलता की कुंजी है। तात्कालिक लाभ की अपेक्षा करने की बजाय, निवेशकों को दीर्घकालिक दृष्टिकोण अपनाना चाहिए।
गहन विश्लेषण: सौरभ मुखर्जी ने शेयरों का चयन करते समय गहन विश्लेषण की आवश्यकता पर बल दिया है। उन्होंने बताया है कि केवल कंपनी की वर्तमान स्थिति को देखकर निवेश नहीं करना चाहिए, बल्कि उसकी भविष्य की संभावनाओं का भी मूल्यांकन करना चाहिए।
विविधीकरण: किताब में विविधीकरण के महत्व पर भी चर्चा की गई है। सौरभ मुखर्जी निवेशकों को सलाह देते हैं कि वे अपने पोर्टफोलियो को विभिन्न क्षेत्रों में फैलाएं ताकि किसी एक क्षेत्र में नुकसान होने पर कुल निवेश पर उसका प्रभाव कम हो।
आर्थिक संकेतकों का महत्व: सौरभ मुखर्जी ने विभिन्न आर्थिक संकेतकों की जानकारी और उनके सही उपयोग पर भी प्रकाश डाला है। वे बताते हैं कि जीडीपी, मुद्रास्फीति, ब्याज दरें आदि जैसे आर्थिक संकेतकों का सही विश्लेषण करके निवेश के सही अवसरों की पहचान की जा सकती है।
भावनाओं पर नियंत्रण: शेयर मार्केट में निवेश करते समय भावनाओं पर नियंत्रण रखना अत्यंत आवश्यक है। सौरभ मुखर्जी ने इस किताब में इस बात पर जोर दिया है कि निवेशक को डर, लालच और अन्य भावनाओं पर काबू रखना चाहिए ताकि वे सही निर्णय ले सकें।
निष्कर्ष:
"शेयर मार्केट के सक्सेस मंत्र" सौरभ मुखर्जी की एक अद्वितीय पुस्तक है जो निवेशकों को एक स्पष्ट और व्यवस्थित दृष्टिकोण प्रदान करती है। यह किताब न केवल नए निवेशकों के लिए बल्कि अनुभवी निवेशकों के लिए भी एक मूल्यवान संसाधन साबित हो सकती है। यदि आप शेयर बाजार में सफलता पाना चाहते हैं, तो इस किताब को अवश्य पढ़ें और सौरभ मुखर्जी के सुझाए गए मंत्रों का पालन करें।
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DEAR TRADERS, THERE IS MAGIC IN RSI book pdf आरएसआई में जादू है:
प्रिय ट्रेडर्स,शेयर मार्केट की दुनिया में तकनीकी विश्लेषण के विभिन्न उपकरणों का उपयोग होता है, जिनमें से एक महत्वपूर्ण उपकरण है "आरएसआई" (Relative Strength Index)। यह एक ऐसा उपकरण है जो न केवल बाजार की दिशा को समझने में मदद करता है, बल्कि ट्रेडिंग के निर्णयों को भी सटीकता प्रदान करता है।
आरएसआई (Relative Strength Index) क्या है?
आरएसआई एक मोमेंटम ऑसिलेटर है जिसे J. Welles Wilder ने 1978 में पेश किया था। यह 0 से 100 के बीच के मूल्य पर चलने वाला एक संकेतक है जो किसी स्टॉक या अन्य ट्रेडिंग संपत्ति की गति और कीमत में हाल के बदलावों को मापता है। आरएसआई का मुख्य उद्देश्य यह पहचानना है कि कोई संपत्ति ओवरबॉट (अत्यधिक खरीदी गई) है या ओवर्सोल्ड (अत्यधिक बेची गई)।
आरएसआई की गणना
आरएसआई की गणना 14-दिवसीय अवधि के आधार पर की जाती है, लेकिन इसे ट्रेडर अपनी सुविधा के अनुसार बदल भी सकते हैं। आरएसआई की गणना निम्नलिखित फॉर्मूला के अनुसार की जाती है:
RSI=100−(1001+RS)RSI=100−(1+RS100)
यहाँ, RS (Relative Strength) पिछले 14 दिनों के औसत लाभ को पिछले 14 दिनों के औसत हानि से विभाजित करके प्राप्त किया जाता है।
आरएसआई के स्तर और उनका महत्व
70 से ऊपर का आरएसआई: जब आरएसआई 70 के ऊपर होता है, तो इसे ओवरबॉट स्थिति माना जाता है। इसका मतलब है कि स्टॉक या संपत्ति की कीमत में अत्यधिक तेजी आई है और इसमें सुधार (correction) हो सकता है।
30 से नीचे का आरएसआई: जब आरएसआई 30 के नीचे होता है, तो इसे ओवर्सोल्ड स्थिति माना जाता है। इसका मतलब है कि स्टॉक या संपत्ति की कीमत में अत्यधिक गिरावट आई है और इसमें तेजी (bounce back) आ सकती है।
आरएसआई का उपयोग
आरएसआई का उपयोग कई तरीकों से किया जा सकता है:ट्रेडिंग सिग्नल: जब आरएसआई 30 से नीचे जाता है और फिर ऊपर उठता है, तो इसे खरीदने का सिग्नल माना जा सकता है। इसी तरह, जब आरएसआई 70 से ऊपर जाता है और फिर नीचे गिरता है, तो इसे बेचने का सिग्नल माना जा सकता है।
डायवर्जेंस (Divergence): जब स्टॉक की कीमत बढ़ रही हो, लेकिन आरएसआई गिर रहा हो, तो इसे निगेटिव डायवर्जेंस कहा जाता है और यह संभावित ट्रेंड रिवर्सल का संकेत हो सकता है। इसी प्रकार, जब स्टॉक की कीमत गिर रही हो, लेकिन आरएसआई बढ़ रहा हो, तो इसे पॉजिटिव डायवर्जेंस कहा जाता है।
सपोर्ट और रेजिस्टेंस: आरएसआई का उपयोग सपोर्ट और रेजिस्टेंस स्तरों की पहचान करने के लिए भी किया जा सकता है।
निष्कर्ष:-
आरएसआई एक शक्तिशाली और प्रभावी तकनीकी विश्लेषण उपकरण है, जो ट्रेडर्स को बाजार की दिशा को समझने और सटीक ट्रेडिंग निर्णय लेने में मदद करता है। इसे सही तरीके से उपयोग करके, ट्रेडर्स अपने निवेश को सुरक्षित और लाभदायक बना सकते हैं।
इस प्रकार, आरएसआई में वाकई में जादू है। इसका सही उपयोग आपके ट्रेडिंग अनुभव को न केवल समृद्ध बनाएगा, बल्कि आपके मुनाफे को भी बढ़ाएगा।
धन्यवाद और शुभ ट्रेडिंग
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परिचय:शेयर बाजार में निवेश और ट्रेडिंग के क्षेत्र में अपनी दक्षता बढ़ाने के लिए सटीक जानकारी और रणनीतियों का होना आवश्यक है। इसी संदर्भ में "Profitable Day and Swing Trading" एक महत्वपूर्ण पुस्तक है जो आपको दिन और स्विंग ट्रेडिंग के गुर सिखाने में मदद करेगी। यह पुस्तक विशेष रूप से उन लोगों के लिए लिखी गई है जो अल्पावधि में लाभ कमाने के लिए शेयर बाजार में ट्रेडिंग करते हैं।
पुस्तक का उद्देश्य: इस पुस्तक का मुख्य उद्देश्य पाठकों को दिन और स्विंग ट्रेडिंग की महत्वपूर्ण रणनीतियों और तकनीकों से अवगत कराना है। इसमें विस्तार से बताया गया है कि किस प्रकार से आप बाजार के उतार-चढ़ाव का लाभ उठाकर अधिकतम मुनाफा कमा सकते हैं।
प्रमुख विषय:
बुनियादी सिद्धांत :दिन और स्विंग ट्रेडिंग की मूलभूत जानकारी।
शेयर बाजार की संरचना और कार्यप्रणाली।
ट्रेडिंग के लिए आवश्यक बुनियादी उपकरण और तकनीकी विश्लेषण।
रणनीतियाँ: दिन और स्विंग ट्रेडिंग के लिए प्रभावी रणनीतियाँ।
बाजार के ट्रेंड को पहचानने और उसका लाभ उठाने के तरीके।
रिस्क मैनेजमेंट और पूंजी संरक्षण के उपाय।
व्यवहारिक सुझाव: -ट्रेडिंग के समय अपनाए जाने वाले व्यवहारिक सुझाव।
मनोवैज्ञानिक पहलुओं का प्रबंधन।
सफल ट्रेडिंग के लिए अनुशासन और धैर्य का महत्व।
टूल्स और सॉफ्टवेयर:-विभिन्न ट्रेडिंग टूल्स और सॉफ्टवेयर का परिचय।
उनका उपयोग और प्रभावी तरीके से लागू करने के उपाय।
पुस्तक के फायदे:-व्यावहारिक ज्ञान: यह पुस्तक आपको वास्तविक जीवन के उदाहरणों के साथ व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करती है।
रणनीतिक दृष्टिकोण:- इसमें शामिल रणनीतियाँ और तकनीकें आपको अधिक आत्मविश्वास के साथ ट्रेडिंग करने में मदद करती हैं।
नए ट्रेडर्स के लिए उपयुक्त: नए ट्रेडर्स के लिए यह पुस्तक एक गाइड के रूप में कार्य करती है जो उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन करती है।
निष्कर्ष: "Profitable Day and Swing Trading" पुस्तक एक उपयोगी संसाधन है जो शेयर बाजार में सफल होने के लिए आवश्यक सभी महत्वपूर्ण पहलुओं को कवर करती है। इसके द्वारा प्राप्त ज्ञान और रणनीतियों को लागू करके आप अपने ट्रेडिंग अनुभव को बेहतर बना सकते हैं और अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। यह पुस्तक न केवल नई शुरुआत करने वालों के लिए बल्कि अनुभवी ट्रेडर्स के लिए भी लाभकारी है, जो अपने ज्ञान और कौशल को और अधिक परिष्कृत करना चाहते हैं।
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